Quick Questions? Email Us

info@uktourismwale.com

Talk to an Expert (David)



कैंची धाम (Kainchi Dham Nainital) – नीम करोली बाबा का चमत्कारी आश्रम

By

neem karoli baba kaichi dham nainital uttarakhand

परिचय (Introduction): कैंची धाम (Kainchi Dham Nainital) उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र का एक पवित्र स्थान है। यह आश्रम महान संत नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) को समर्पित है। यहाँ का वातावरण शांति और अध्यात्म से भरा हुआ है।

यहाँ तक कि Apple के फाउंडर स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) और Facebook के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) भी यहाँ आकर आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त कर चुके हैं।

कैंची धाम का इतिहास (History of Kainchi Dham)

neem karoli baba kaichi dham nainital uttarakhand
कैंची धाम

कैंची धाम की स्थापना 1960 के दशक में नीम करोली बाबा जी ने की थी।

  • “कैंची” नाम यहाँ की सड़क के दो नुकीले मोड़ों (Scissor like curves) से पड़ा है।
  • बाबा जी ने यहाँ हनुमान जी का मंदिर और आश्रम स्थापित किया।
  • 15 जून 1964 को यहाँ पहली बार मूर्ति स्थापना की गई थी। इस दिन को हर साल स्थापना दिवस मेला (Pratishtha Divas Mela) के रूप में लाखों भक्त मनाते हैं।

नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) और विश्व प्रसिद्धि

कैंची धाम
नीम करोली बाबा

नीम करोली बाबा जी के चमत्कार और सरल उपदेशों ने उन्हें एक महान संत बना दिया। उनका संदेश था –

  • “प्रेम और सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।”
  • उनके भक्तों में न सिर्फ भारतीय बल्कि विदेशी भी शामिल हैं।
  • बाबा जी के भक्तों में स्टीव जॉब्स (Steve Jobs), मार्क जुकरबर्ग ( Mark Zuckerberg ), जूलिया रॉबर्ट्स जैसे मशहूर लोग भी रहे हैं।

कैंची धाम की विशेषताएँ (Highlights of Kainchi Dham)

कैंची धाम
नीम करोली बाबा
neem karoli baba kaichi dham nainital uttarakhand
  • हनुमान मंदिर और बाबा नीम करोली समाधि स्थल
  • कुमाऊँ की खूबसूरत वादियाँ और कोसी नदी का किनारा
  • 15 जून का विशाल मेला – लाखों श्रद्धालु आते हैं
  • शांत वातावरण – ध्यान और साधना के लिए उपयुक्त

कैंची धाम कैसे जाएँ? (How to Reach Kainchi Dham)

  • सड़क मार्ग (By Road): नैनीताल–अल्मोड़ा हाईवे पर, नैनीताल से लगभग 17 किमी और भवाली से 8 किमी दूर।
  • रेल (By Train): नज़दीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम (Kathgodam), लगभग 37 किमी।
  • हवाई मार्ग (By Air): नज़दीकी एयरपोर्ट पंतनगर (Pantnagar Airport), लगभग 70 किमी

कैंची धाम घूमने का सही समय (Best Time to Visit Kainchi Dham)

  • मार्च से जून और सितंबर से नवंबर घूमने का सबसे अच्छा समय है।
  • 15 जून को वार्षिक मेले में शामिल होना भक्तों के लिए विशेष अनुभव है।
  • सर्दियों में (दिसंबर–जनवरी) यहाँ बहुत ठंड होती है, और कई बार आश्रम का प्रवेश सीमित रहता है

निष्कर्ष

कैंची धाम सिर्फ एक मंदिर नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव है। चाहे आप आस्था से जुड़े हों या शांति की तलाश में हों, नीम करोली बाबा का आश्रम आपके मन को एक अलग ही ऊर्जा से भर देगा। अगर आप नैनीताल घूमने का प्लान बना रहे हैं तो कैंची धाम ज़रूर शामिल करें।

click here to latest update about uttarakhand

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Write a review